प्रिय सनातनी हिन्दुओं,
सादर प्रणाम।
1. किसी भी पार्टी को अपने वोट का दान करते समय हमें याद रखना है और भूलना नहीं है कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बंगलादेश और पाक अधिकृत काश्मीर में सन 712 में हम सनातनी हिन्दुओं के शत-प्रतिशत जनसंख्या में होने के बाबजूद सन 712 के बाद जेहादियों और सेकुलरों ने धीरे धीरे वहां से हम सनातनी हिन्दुओं के अस्तित्व को आज खत्म कर दिया।
2. हमारे धर्म-देश, जमीन-जायदाद, सोना-चांदी, करंसी और औरतों-लड़कियों पर भी अधिकार कर लिया। हमारी औरतों-लड़कियों को नग्न करके दो-दो दीनार (मोहर) में बोली लगाकर दीनार-ए-मीनार पर बेच़ दिया। यहां तक कि हमारे पूर्वजों का दहशत और लालच से धर्म परिवर्त्तन भी कर दिया। क्योंकि उनका उद्देश्य दुनियां के हर इन्सान को दहशत और लालच से अपना धर्म कबूल करवाकर जेहादी बनाना है और दुनियां के हर देश को अपने धर्म का देश यानि इस्लामिक देश बनाना है।
3. जैसे उनके पांच वर्ष के बालक से लेकर सौ वर्ष के बुजुर्ग को पता है कि दूसरे धर्म के इन्सान ‘काफिर’ है ना कि इन्सान। उसी तरह हमारे पांच वर्ष के बालक से लेकर सौ वर्ष के बुजुर्ग को पता होना चाहिए कि वो ‘जेहादी’ है ना कि इन्सान। जेहादियों का काम दुनियां के हर इन्सान को अपने धर्म का इन्सान यानि जेहादी बनाना है और दुनियां के हर देश को अपने धर्म का देश यानि इस्लामिक देश बनाना है।
4. जेहादी लातों से मानते है ना कि बातों से मानते है। फिर ये जेहादी विश्वासघाती भी है प्रमाण के तौर पर सम्राट पृथ्वी राज ने सोलह (16) बार युद्ध जीतने के बाद जेहादी मोहम्मद गौरी को माफ किया। फिर सत्रहवीं (17वीं) बार मोहम्मद गौरी से युद्ध हारने के बाद कैद कर लिया गया, उसकी आंखें निकालकर अन्धा कर दिया गया। फिर भी सम्राट पृथ्वी राज ने मोहम्मद गौरी को शब्दभेदी बाण से मारने के बाद अपने कवि दोस्त बरदाई को अपनी तलवार से मार दिया और उसके कवि दोस्त बरदाई ने सम्राट पृथ्वी राज को अपनी तलवार से मार दिया। दोनों मर गये। इस दुनियां में सबसे बड़ा पाप तो जेहादियों को माफ करना है।
5. हमारे गुलाम़ होने में हम सनातनी हिन्दुओं में लालची, डरपोक, गद्दार और सेकुलर हिन्दुओं का भी बहुत ज्यादा योगदान है और हिन्दुस्तान में इनकी संख्या भी ज्यादा है। उनके द्वारा हमारा ब्रेनवॉश करने के लिए लिखी और बोली गई एक लाइन ‘कोई नृप होवे हमें का हानि’ का भी हमारे गुलाम़ होने में बहुत ज्यादा योगदान है। इससे सबक लेकर हम सनातनी हिन्दू अपने अस्तित्व और स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिए जागरूक और एकजुट रहेंगे तो ही हम सुरक्षित रहेंगे नहीं तो हमारा अस्तित्व हिन्दुस्तान में भी खत्म हो जायेगा।
6. आज अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बंगलादेश और पीओके में हमारे अस्तित्व के खत्म होने से सबक लेकर हम सनातनी हिन्दूओं को अपने धर्म, अपने देश, अपने परिवार के सदस्यों के और अपनी आने वाली पीढ़ियों के अस्तित्व की सुरक्षा के लिए जागरूक और एकजुट रहना है और रहेंगे तो ही हम सनातनी हिन्दू हिन्दुस्तान में सूर्य-चांद रहने तक सुरक्षित रहेंगे नहीं तो ही हमारा अस्तित्व वहां की तरह यहाँ हिन्दुस्तान में भी खत्म हो जायेगा।
7. इसलिए सनातनी हिन्दुओं सावधान! आपसे निवेदन है कि इस पोस्ट को आप आगे अपने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर हिन्दुओं को जागरूक और एकजुट करने के लिए पब्लिश करियें। आज के बाद हिन्दुस्तान को सनातन हिन्दुस्तान बनाने वाली पार्टी को अपने विवेक-प्रज्ञा का इस्तेमाल करके अपने वोट का दान करें।
8. सन 2024 के चुनाव में हमें चार सौ चौदह (414) सांसद मिल सकते थे। केवल ‘अब की बार चार सौ पार’ कहने से कुछ नहीं हुआ और हम लोकसभा में 240 सांसदों पर सिमट गये। बल्कि जमीनी हकीकत और अपनी गलतियों को समझकर आज से लोकसभा में 414 सांसदों प्राप्त करने के लिए और सन 2029 में सनातन हिन्दुस्तान के निर्माण के लिए काम शुरू करना होगा।
9. परन्तु हम अपनी पांच गलतियों के कारण दो सौ चालीस (240) सांसदों पर रहने के कारण हिन्दुस्तान को सनातन हिन्दुस्तान बनाने से चूक गये। अब सन 2029 में हमें वो पांच गलतियां नहीं दोहरानी है। आपके एक वोट का सही दान सनातन हिन्दुस्तान के निर्माण में रामसेतु निर्माण में गिलहरी सहयोग की तरह माना जायेगा और आपको प्रयागराज में महाकुंभ के स्नान का फल यानि अमृतपान मिलेगा। क्योंकि आपका सही पार्टी को वोटदान कितने इन्सानों की जिन्दगी बचायेगा। कितनी औरतों-लड़कियों की इज्ज़त बचायेगा। कितने इन्सानों की जमीन-जायदाद और सोना-चांदी बचायेगा।
10. इस बार लोकसभा में 414 सांसद ना पाने की पांच गलतियां मैं संघ मुख्यालय और भाजपा मुख्यालय को वहां जाकर बता सकता हूं, यहां सोशल मीडिया पर नहीं लिख सकता।
11. अन्त में जो सनातनी हिन्दू मेरी बात को गलत साबित करेगा, उसको मैं अपने सीमित साधनों से रूपये इक्यावन (51) हज़ार का पुरूस्कार दूंगा। अन्यथा हर सनातनी हिन्दू को हिन्दुस्तान को सनातन हिन्दुस्तान बनाने वाली पार्टियों को अपने विवेक-प्रज्ञा का प्रयोग करके अपना वोटदान करना होगा।
12. काफिर और जेहादी कभी भाई नहीं हो सकते। जेहादियों को माफ करना सबसे बड़ा पाप है। अब यह गलती नहीं करनी है कि पूर्व में जब हिन्दू राजा जीत गया तो उसने जेहादियों को माफ कर दिया। परन्तु जब कोई जेहादी जीत गया तो उसने सनातनी राजा को माफ नहीं किया बल्कि उसका सिर धड़ से जुदा कर दिया। हमें यह नहीं भूलना है कि हिन्दुस्तान में पन्द्रह (15%) प्रतिशत आबादी जेहादियों की है।
13. हम काफिर तो वो जेहादी
उनको माफी हमारी बरबादी
‘निमित्त’ 09414090818